यूपीआइ यूजर्स सावधान! अक्टूबर से UPI पेमेंट पर लागु हुआ ये नया नियम UPI New Rule

By Meera Sharma

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UPI New Rule

UPI New Rule: आज के समय में यूपीआई यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। अब लोगों को बैंक जाकर पैसे देने-लेने की जरूरत बहुत कम पड़ती है। चाहे छोटे दुकानदार हों, बड़े व्यापारी हों या आम लोग, हर कोई यूपीआई का इस्तेमाल करता है। यह तरीका इतना आसान और सुरक्षित है कि कुछ ही सेकंड में पैसे भेजे या प्राप्त किए जा सकते हैं। डिजिटल लेनदेन ने पारंपरिक बैंकिंग को पूरी तरह बदल दिया है। मोबाइल फोन से कहीं भी कभी भी पैसों का आदान-प्रदान संभव हो गया है। यह सुविधा विशेष रूप से युवा पीढ़ी में अत्यधिक लोकप्रिय है। व्यापारियों के लिए भी यह बेहद सुविधाजनक साबित हुआ है।

नए नियमों की घोषणा

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने घोषणा की है कि सितंबर 2025 से यूपीआई के नए नियम लागू होंगे। ये बदलाव सिर्फ बड़ी कंपनियों के लिए नहीं बल्कि आम यूजर्स को भी ध्यान में रखकर किए गए हैं। इनका उद्देश्य निवेश, बीमा भुगतान, सरकारी सेवाओं का उपयोग और टैक्स भुगतान को और आसान बनाना है। यात्रा बुकिंग और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाने में भी सुविधा होगी। यह व्यापक बदलाव डिजिटल भुगतान प्रणाली को और मजबूत बनाएगा। लेनदेन की सीमाओं में वृद्धि से बड़े भुगतान आसान होंगे। उपयोगकर्ताओं को अधिक लचीलापन मिलेगा। यह कदम डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।

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निवेश और बीमा में बदलाव

पहले पूंजी बाजार में निवेश या बीमा भुगतान की सीमा प्रति लेनदेन दो लाख रुपये थी। अब इसे बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा चौबीस घंटे की कुल सीमा दस लाख रुपये होगी। इससे उन लोगों को राहत मिलेगी जिन्हें पहले बड़े निवेश या बीमा प्रीमियम चुकाने के लिए बार-बार लेनदेन करना पड़ता था। निवेशकों के लिए यह बहुत सुविधाजनक होगा। वे अब एक ही बार में बड़ी राशि का निवेश कर सकेंगे। बीमा कंपनियों को भी प्रीमियम संग्रह में आसानी होगी। यह बदलाव वित्तीय क्षेत्र में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देगा। लेनदेन की संख्या कम होने से समय की भी बचत होगी।

सरकारी भुगतान में सुविधा

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सरकारी ई-मार्केटप्लेस से सामान खरीदने या टैक्स भरने की सीमा भी पहले काफी कम थी। पहले की सीमा एक लाख रुपये प्रति लेनदेन थी। अब नई सीमा पांच लाख रुपये प्रति लेनदेन कर दी गई है। इस बदलाव से सरकारी भुगतान पहले से ज्यादा तेज और आसान हो जाएगा। इससे आम नागरिकों और कारोबारियों दोनों को सुविधा मिलेगी। सरकारी खरीद प्रक्रिया अधिक कुशल होगी। टैक्स भुगतान में भी आसानी होगी। व्यापारियों को बड़े सरकारी ऑर्डर का भुगतान प्राप्त करना सरल होगा। यह पारदर्शिता बढ़ाने में भी सहायक होगा।

यात्रा बुकिंग में आसानी

त्योहारों और छुट्टियों के समय लोगों की यात्रा सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। पहले यात्रा बुकिंग पर यूपीआई सीमा केवल एक लाख रुपये प्रति लेनदेन थी। अब इसे बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है। इससे दीवाली या अन्य त्योहारों पर घर जाने के लिए टिकट बुकिंग करना और भी आसान होगा। ट्रेन, बस और फ्लाइट टिकट आसानी से बुक किए जा सकेंगे। परिवार के साथ यात्रा की योजना बनाना सुविधाजनक होगा। पर्यटन उद्योग को भी इससे फायदा होगा। यात्रा एजेंटों के लिए भी यह लाभदायक है। डिजिटल टिकटिंग में और वृद्धि होगी।

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क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान

नए नियमों के अनुसार अब यूपीआई से क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान और ईएमआई चुकाना भी ज्यादा सहज हो जाएगा। पहले सीमा कम थी लेकिन अब क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान की नई सीमा पांच लाख रुपये प्रति लेनदेन कर दी गई है। कुल दैनिक सीमा छह लाख रुपये होगी। ईएमआई भुगतान भी अब पांच लाख रुपये प्रति लेनदेन तक किया जा सकेगा। दस लाख रुपये प्रतिदिन की सीमा होगी। इससे लोगों को बार-बार भुगतान करने की परेशानी नहीं होगी। बड़े बिल भी एक साथ आसानी से निपटाए जा सकेंगे। यह वित्तीय प्रबंधन को सरल बनाएगा।

छोटे लेनदेन पर कोई प्रभाव नहीं

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बहुत से लोग सोच सकते हैं कि ये बदलाव रोजमर्रा के छोटे-छोटे लेनदेन पर असर डालेंगे। लेकिन ऐसा नहीं है। दोस्तों को पैसे भेजना, रेस्टोरेंट का बिल चुकाना और ऑनलाइन शॉपिंग जैसे सभी छोटे भुगतानों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यानी आम उपयोगकर्ता पहले की तरह ही यूपीआई का इस्तेमाल कर पाएंगे। दैनिक खरीदारी में कोई बदलाव नहीं होगा। छोटे व्यापारियों को भी कोई परेशानी नहीं होगी। यह सुनिश्चित करता है कि नए नियम आम जनता के लिए सुविधाजनक हैं। डिजिटल भुगतान की लोकप्रियता बनी रहेगी।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसमें दी गई जानकारी वित्तीय या कानूनी सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। यूपीआई से जुड़े किसी भी बड़े भुगतान या निवेश से पहले संबंधित बैंक या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है। नियमों में भविष्य में बदलाव हो सकते हैं।

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Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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